कविता बहुत है।। September 14, 2021 / September 14, 2021 by अजय एहसास | Leave a Comment ये दिल हर बात को छुपाता बहुत हैदिखता नहीं पर दिल से उसे अपनाता बहुत है ।नजर कर दे ना कभी कोई गुस्ताखी उनसेबेचारा दिल इसे समझाता बहुत है ।। वो देखती नहीं कभी कहीं मुड़ करके तुझेफिर भी मोहब्बत के सपने सजाता बहुत है ।कभी तो बोल दे कि उनसे मोहब्बत तुझकोकिया है प्यार […] Read more » बहुत है।