शख्सियत समाज जैन दर्शन भगवान महावीर और समाजवाद June 10, 2022 / June 10, 2022 by अरूण कुमार जैन | Leave a Comment सृष्टि व्यवस्था में ‘धर्म’ को प्राकृतिक सत्ता माना गया है। जैन धर्म का न तो कोई आदि है और न ही अंत इसलिए यह निरग्रंथ है और प्राकृतिक धर्म है। वेदों में भी जैन धर्म को वेदों से पूर्व का स्वीकर किया गया है और जैन दर्शन की सृष्टि संबंधी व्याख्या आधुनिक वैज्ञानिक खोजों से […] Read more » भगवान महावीर और समाजवाद