कविता माँ तुम्हें पुकारती, माँ तुम्हें पुकारती ।। January 4, 2017 by शकुन्तला बहादुर | 2 Comments on माँ तुम्हें पुकारती, माँ तुम्हें पुकारती ।। एक आह्वान एवं भावांजलि – वीर सेनानियों को । देश के सपूतों ! मातृभू के रक्षकों ! शूरवीर सैनिकों ! क्रान्तिवीर बन्धुओं ! साहसी सेनानियों ! माँ तुम्हें पुकारती , माँ तुम्हें पुकारती ।। * आज सब आतंकियों को, आक्रमणकारियों को, और देशद्रोहियों को , भेज दो यमलोक को । माँ तुम्हें पुकारती, माँ तुम्हें […] Read more » माँ तुम्हें पुकारती