लेख अब माइग्रेटरी स्पीशीज़ की यात्राएं भी खतरे में October 3, 2025 / October 3, 2025 by निशान्त | Leave a Comment हर साल जब साइबेरिया से हज़ारों किलोमीटर उड़कर पक्षी भारत की नदियों और तालाबों पर उतरते हैं, जब हाथियों के झुंड जंगलों से गुज़रते हुए नए चरागाह तलाशते हैं, या जब व्हेलें समुद्रों के रास्ते लंबी यात्रा करती हैं-ये सब हमें बताते हैं कि प्रकृति में कितना गहरा संतुलन है। लेकिन अब यही संतुलन जलवायु परिवर्तन की मार से बिगड़ रहा है। Read more » माइग्रेटरी स्पीशीज़ की यात्राएं भी खतरे में