गजल आज फिर बेटी लूटी है मौत ने उसको छुआ, May 14, 2018 by कुलदीप प्रजापति | Leave a Comment कुलदीप विद्यार्थी 4.गज़ल आज फिर बेटी लूटी है मौत ने उसको छुआ, मुल्क मेरा हो चला जैसे कि, अपराधी कुँआ, जाति के झगड़े कहीं तो हैं कहीं दंगे यहाँ, मुस्कुराते देश को जैसे लगी हो बददुआ, दूर से सब देखने वालों सभी से प्रार्थना, मौत के नजदीक है यह मुल्क सब कीजे दुआ, दंश जिसको […] Read more » चूल्हा जाति झगड़े तब जले दंश बेटी लूटी मिला