कविता मौत जीवन की सहेली June 7, 2014 by श्यामल सुमन | Leave a Comment -श्यामल सुमन- दूसरों की शर्त पे, जीने की आदत है नहीं टूट जाए दिल किसी का ऐसी फितरत है नहीं जाने अनजाने सभी को प्यार होना लाजिमी प्यार मिलते ही सिसकते ये हकीकत है नहीं आते ही घर, पूछ ले बस, हाल कैसा आपका क्यों बुजुर्गों ने कहा अब ऐसी किस्मत है नहीं आज बच्चों […] Read more » मौत मौत पर कविता हिन्दी कविता