जन-जागरण राजनीति ये पब्लिक है सब जानती है। May 29, 2011 / December 12, 2011 by आनन्द स्वरूप द्विवेदी | Leave a Comment आज हर व्यक्ति केवल भाई भतीजा वाद मे फस गया है, हर जगह केवल पैसा और सिफारिश का जमाना आगया हैं।दफ्तर हो या समाज व्यक्ति केवल आपना हित साधना चाहता है दूसरे के हित कि तो कोई सोचता हि नहीं है। इस तरह से हमारी राजनैतिक पार्टियाँ होगयी है। उन में भी जो लोग पार्टियों […] Read more » Public ये पब्लिक है सब जानती है