राजनीति राजग बंधन की खुलती गांठें – सिद्धार्थ मिश्र “स्वतंत्र” June 13, 2013 / June 13, 2013 by सिद्धार्थ मिश्र “स्वतंत्र” | 1 Comment on राजग बंधन की खुलती गांठें – सिद्धार्थ मिश्र “स्वतंत्र” कहते हैं कि सियासत में दोस्ती और दुश्मोनी कुछ भी स्थायी नहीं होती । बात चाहे समर्थन की हो या गठबंधन की सियासत में सब मतलब के यार होते हैं । भारतीय राजनीति की विषम परिस्थितियां कई बार इस जुमले को सत्यन सिद्ध कर चुकी हैं । इस परिप्रेक्ष्य में अगर भाजपानीत राजग गठबंधन को […] Read more » राजग बंधन की खुलती गांठें