राजनीति राजनीति का गिरता चरित्र और घटती साख ? April 8, 2019 / April 8, 2019 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment प्रभुनाथ शुक्ल राजनीति का यह दौर वैचारिक और सैद्धांतिक रुप से संक्रमण का है। राजनीति हर पल एक नयी भाषा और परिभाषा गढती दिखती है। वैचारिकता की जमींन सै़द्धांतिक रुप से बंजर हो चली है। विचारों का कोई चरित्र है न चेहरा। सियासत में चहुंओर सिर्फ सत्ता के लिए संघर्ष है। जुमले गढ़ती राजनीति […] Read more » politics in India the decreasing standard of politics राजनीति का गिरता चरित्र