राजनीति राज्यपाल क्या इस आवाज़ को सुनेंगे? June 7, 2013 by संजय पराते | Leave a Comment आजादी के बाद विकास के नाम पर कुर्बानी देने का जो नशा इस देश के नागरिकों पर चढ़ा था, वह अब पूरी तरह से उतर चुका है। इस नशे में विकास परियोजनाओं के नाम पर दस लाख हेक्टेयर से अधिक वन भूमि का उपयोग गैर-वनीय कार्यों के लिए किया गया है। इसके कारण डेढ़ करोड़ […] Read more » राज्यपाल क्या इस आवाज़ को सुनेंगे?