राजनीति ‘राष्ट्र प्रथम’ के लिए लोकतंत्र बना चुनौती December 20, 2024 / December 20, 2024 by अनिल धर्मदेश | Leave a Comment अनिल धर्मदेश एक देश में किसी तंत्र या संस्था का अस्तित्व उसकी राष्ट्रीय अस्मिता से बड़ा नहीं हो सकता, फिर चाहे वह उस देश की सत्ता हो या न्यायालय। राष्ट्र सर्वोपरि की भावना का संरक्षक बनकर और राष्ट्रीय अस्मिता के प्रति निष्ठा दर्शा कर ही राजनीति, संस्थाएं और तंत्र शक्ति अर्जित करते हैं। आज चुनाव […] Read more » Democracy becomes a challenge for 'Nation First' राष्ट्र सर्वोपरि की भावना