विविधा लेखन के बहुआयामी आयाम July 10, 2012 by राखी रघुवंशी | 1 Comment on लेखन के बहुआयामी आयाम राखी रघुवंशी ” अब्बा थैंक्यू, आपने मुझे इस लेखन कार्यशाला में आने दिया। यह बात भोपाल की तंग गलियों में बने एक मदरसे में लेखन कार्यशाला के दौरान हुर्इ गतिविधि में तैयबा ने लिखी। कार्यशाला में ”अपनों के नाम चिटठी लिखने की एक गतिविधि हुर्इ, जिसमें ज्यादातर लड़कियों ने अपने पिता के नाम चिटठी लिखीं, […] Read more » Journalism लेखन के बहुआयामी आयाम