राजनीति संसद का अवरुद्ध स्वर और लोकतंत्र की कसौटी December 18, 2025 / December 18, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment संसद में व्यवधान कोई नया विषय नहीं है। विरोध, असहमति और सरकार को जवाबदेह ठहराने के लिए प्रतिपक्ष की भूमिका लोकतंत्र में अनिवार्य है। किंतु जब विरोध का प्रमुख औजार निरंतर हंगामा, नारेबाजी और कार्यवाही ठप करना बन जाए, तब यह प्रश्न उठता है कि क्या संसद अपने मूल उद्देश्य को पूरा कर पा रही है। Read more » लोकतंत्र की कसौटी