कविता वह आदमी था July 29, 2013 by मोतीलाल | 1 Comment on वह आदमी था वह आदमी था इसलिए बोलता था वह आदमी था इसलिए खुशी में खुशी और दुख में दुख को समझता था वह आदमी था इसलिए नहीं देख सकता था टूटते हुए आदमी को वह आदमी था इसलिए नहीं भाग सकता था आदमियत के चाबुक से । हाँ वह आदमी था सिर्फ आदमी उसके पास नहीं […] Read more » वह आदमी था