व्यंग्य ” बीबी ” वाले भी “वैलेंटाइन ” ढूँढ रहे हैं February 14, 2015 / February 14, 2015 by आलोक कुमार | Leave a Comment आज सभ्यता,संस्कृति की दुहाई देनेवाले हमारे देश में संस्कृति मखौल का विषय बन गई है , सभ्यता धुंधली पड़ रही है और संस्कारों का “अंतिम-संस्कार” किया जा चुका है l पहनावे में,बोलचाल में,रहन-सहन में , पर्व-त्यौहार , राजनीतिक-सामाजिक जीवन में हर गलत चीज को मान्यता मिल रही है l आज की मौजूदा पीढ़ी के पास “कॉकटेल” है पूरब और पश्चिम का और अनुभवी लोगों […] Read more » वैलेंटाइन