कविता वो जश्न कोई मना न सके February 2, 2021 / February 2, 2021 by प्रभात पाण्डेय | Leave a Comment वो जश्न कोई मना न सकेदोस्ती वो निभा न सकेआग दिल की बुझा न सकेमेरे जज्बातों से खेलकर भीवो जश्न कोई मना न सके ||कभी खामोश रहता हूँकभी मैं खुल कर मिलता हूँजमाना जो भी अब समझेज़माने की परवाहअब मैं न करता हूँवो पल कैसे भूल सकता हूँबुझाई थी नयनों की प्यास जब तुमनेवो हर […] Read more » वो जश्न कोई मना न सके