लेख शरद चाँदनी October 21, 2024 / October 21, 2024 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment तुम शरद की धवल चाँदनीमैं तेरा शीतल चंचल चंदा हूँहरसिंगार की तुम मादकतामैं तेरे जुड़े का सुंदर बेला हूँ तुम मेरे जीवन सरिता कीअधखिली हुईं रजनीगंधामलय गंध सी लगती तुमजैसी हो तुम मेरी हरिगंधा मेरे दिल की धड़कन में तुमपायल सी बजती रहती होमेरे सपनों और उम्मीदों मेंतुम वंशी जैसी बजती हो तुम मेरे हर […] Read more » शरद चाँदनी