बच्चों का पन्ना सूरज ऊंगत से उठबो May 25, 2013 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a Comment सूरज निकर परो पूरब सें, परे परे तुम अब लौ सो रये| कुनर मुनर अब काये करत हो, काये नें उठकें ठाँड़ॆ हो रये| ढोर ढील दये हैं दद्दा ने, और चराबे तुमखों जाने| चना चबेना गुड़ के संगे, बांध दओ है बौ अम्मा ने| अब तो उठ जा मोरे पुतरा, कक्का बेजा गुस्सा हो […] Read more » सूरज ऊंगत से उठबो