सिनेमा सोप-ओपेरा July 19, 2011 / December 8, 2011 by क्षेत्रपाल शर्मा | Leave a Comment क्षेत्रपाल शर्मा पश्चिमी जगत में साहित्य की एक समृद्ध, नाट्य विधा में जो उत्थान आया उसकी जड़ में यह ध्येय नजर आता है कि ‘जो कहते हो वो करो, और जो करते हो वही कहो ।’ यही सत्यं, शिवं और सुन्दरम भी है । मैं लिख तो रहा था ‘कविताओं के नए तेवर’ पर कुछ […] Read more » सोप-ओपेरा