धर्म-अध्यात्म हम सब दोबारा मिलेंगे सांप की शक्ल में February 17, 2014 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment सांपों की तमाम प्रकार की किस्मों के बारे में साफ कहा जाता है कि जो लोग दूसरों की धन-दौलत और जमीन जायदाद चुराकर अपने नाम कर लिया करते हैं, अतिक्रमण कर लिया करते हैं, धन-सम्पत्ति के भण्डारण और रक्षण में ही जिन्दगी खपा देते हैं, हराम की कमाई, खान-पान और मलीन वृत्तियों से औरों को उल्लू बनाया करते हैं, सरकारी […] Read more » snakes we would be snakes हम सब दोबारा मिलेंगे सांप की शक्ल में