धर्म-अध्यात्म दक्षिण भारत के आलवार सन्त November 24, 2014 by बी एन गोयल | Leave a Comment बी एन गोयल जनक नृपते पुन्न्याः पाणिग्रहाय यथा तदा हदधनुर्भंगम् चकार नृणां पणम्। वृशभकरीणां भंगं नीलाग्रहाय यथा च मे कमपि पणमत्रास्ते कुर्वन तथा न करग्रहे।। (गोदास्तोत्र – पृष्ठ 12) ये उद्गार हैं प्रसिद्ध भक्ति सन्त गोदा के जो उन्होंने राम की उपासना में व्यक्त किए। गोदा जो तमिल भक्ति साहित्य में आन्दाल तथा […] Read more » alwar saints of south india आलवार सन्त