धर्म-अध्यात्म क्या रिलिजन या मजहब हमारे “धर्म” को परिभाषित कर सकता है ? December 28, 2013 / December 28, 2013 by शिवेश प्रताप सिंह | Leave a Comment -शिवेश प्रताप- संत आगस्तीन एवं अंग्रेजी भाषा के विद्वान टॉम हार्पर और जोसफ कैम्पबेल के अनुसार रिलिजन शब्द दो शब्दों री (पुनः) एवं लिगेयर (बांधना) से बना है जिसका अर्थ है बार बार बांधना या व्यक्ति को ईशु से जोड़ना | क्या किसी पर कोई ईश्वर थोपे जाने का विषय है ? मजहब शब्द इस्लाम में ज़हाबा […] Read more » can religion define 'Dharm' ? क्या रिलिजन या मजहब हमारे “धर्म” को परिभाषित कर सकता है ?