कविता ये है वर्तमान परिवेश June 27, 2019 / June 27, 2019 by अजय एहसास | Leave a Comment ये है वर्तमान परिवेश, ये है वर्तमान परिवेश।। दम तोड़ती है इन्सानियत,इन्सान बचा है शेष कोई है अधकचरा शिक्षक, नेतागीरी करता गपशप छोटी सी भी गलती पाकर, शिक्षक पीटे थपथप थपथप बच्चा जो स्कूल को जाये, देता है शिक्षक को गाली जब घरवाले ये सुनते है, देते शाबासी और ताली साहब डंडा अपना ठोके,हेलमेट कहां […] Read more » current Environment