चिंतन धार्मिकता का ढोंग है सबसे बड़ा अधर्म May 25, 2012 / May 25, 2012 by डॉ. दीपक आचार्य | Leave a Comment डॉ. दीपक आचार्य धार्मिक होना अच्छी बात है लेकिन धार्मिकता का ढोंग पाल कर जमाने को भ्रमित करते रहना अपने आप में सबसे बड़ा अधर्म है। धर्म वही कहलाता है जिसे धारण करने पर वह धारणकर्त्ता की रक्षा करता है। इसका सीधा सा अर्थ यह है कि जो धर्म के अनुरूप आचरण करता है उसकी […] Read more » dont be superstitious धार्मिकता का ढोंग सबसे बड़ा अधर्म