कविता रुक रुक के चलना, घुट घुट के जीने से अच्छा है…… March 6, 2023 / March 6, 2023 by डॉ शंकर सुवन सिंह | Leave a Comment रुक रुक के चलना, घुट घुट के जीने से अच्छा हैI चल चल कर रुकना और घुट घुट के जीना, जीता इसी में संसार हैI नादानी में सुख है, इसी में तो परमात्मा खुश हैI सुखी वही जिसने रुकना सीखा, रुका वही जो नादान हैI होशियारी में दुःख है, इसी में तो संसार खुश हैI […] Read more » It is better to walk slowly than to live suffocating.