कविता चलो अब गांवो की ओर December 19, 2021 / December 19, 2021 by आर के रस्तोगी | Leave a Comment चलो अब गांवो की ओर,बढ़ रहा है शहरों में शोर।प्रदूषण भी यहां बढ़ रहा,जीना दूभर यहां हो रहा।। चिमनियां धुआं उगल रही है,मानवता को वे निगल रही है।सांसों का कर रही है वे संहार,मानव पर कर रही है वे प्रहार।बचेगा नही यहां अब कुछ और,चलो अब गांवो की ओर……. आबादी शहरो में खूब बढ़ रही […] Read more » let's go to the villages now चलो अब गांवो की ओर