लेख शख्सियत स्मृति शेष: मन्नू भंडारी की ‘एक इंच मुस्कान’ November 17, 2021 / November 17, 2021 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment मन्नू भंडारी का खालीपन हिंदी साहित्य कभी भर नहीं पाएगा। मन्नू को हम जाने से रोक नहीं सकते थे, क्योंकि यहीं जीवन का सत्य है और नाश्वरता ही जीवन का प्रकृति का सत्य है। लेकिन उस खालीपन को भरना भी हमारे लिए सहज नहीं है। यह भी एक जीवन की बिडम्बना है। हिंदी साहित्य की […] Read more » Mannu Bhandari मन्नू भंडारी