कविता अबकी सावन उदास है August 2, 2021 / August 2, 2021 by प्रभुनाथ शुक्ल | Leave a Comment अबकी सालगाँव आया सावन उदास हैपागलों सा लगताबदहवाश हैखुद में खुद को तलाशताऔर बदली फिज़ाओं सेपूछता सवाल है ?अबकी सावन उदास है अबकी सालसुनी पड़ी गांव की गलियाँहाथों में मेहंदी की न अगड़ाईयाँझूमती घटाओं मेंपूरवाई उदास हैगायब सखियों की अट्टासऔर भौजाई की मजाकनीरसहरियाली से पूछता सवाल हैअबकी सावन उदास है अबकी सालझूले बगैर सूनी पड़ी […] Read more » now savan is sad अबकी सावन उदास है