लेख सरकारी बैंकों के बढ़ते एनपीए की जमीनी हकीकत March 15, 2012 by सतीश सिंह | Leave a Comment सतीश सिंह वार्षिक लेखाबंदी के निकट आते ही खासकर के मार्च के महीने में सरकारी बैंकों में गैर निष्पादित परिसंपतित (एनपीए) के स्तर को कम करने की कवायद शुरू हो जाती है। अधिकारी गली, मोहल्ले व गांव की धूल फांकने लगते हैं। प्रशासनिक व प्रधान कार्यालयों में मीटिंगों का दौर आरंभ हो जाता है। एनपीए […] Read more » Govt. bank NPA एनपीए सरकारी बैंक