कविता सुन सुन सुन रे भाई सुन सुन सुन। January 24, 2022 / January 24, 2022 by अजय एहसास | 1 Comment on सुन सुन सुन रे भाई सुन सुन सुन। सुन सुन सुन रे भाई सुन सुन सुनऊपर से ना अंदर से,नेताओं के समंदर से,अच्छे मोती चुनसुन सुन सुन रे भाई सुन सुन सुन। ये वोटिंग अधिकार हमारा,जिसने तुझे पुकारा, ये हक है तेरागिरने वाले को जो उठाए,जो दे तुझे सहारा कहो हमारा,झूठ में और सच्चाई मेंअच्छाई और बुराई मेंअपना रास्ता चुनसुन सुन सुन रे […] Read more » poem on national voters day सुन सुन सुन रे भाई सुन सुन सुन।