कविता दोस्ती में साजिशें। June 18, 2019 / June 18, 2019 by अजय एहसास | Leave a Comment ऐ दोस्त तेरी दोस्ती में सब छुपाता आ गया मेरे लिए दुश्वारियां परेशानियां साजिश किये वो कुछ भी ना कर पायेगा मैं फिर बताता आ गया। साजिश करे मैं जाउं फंस दुख हो उसे मुझे देख हस वो चाहता है द्वन्द हो आंखों में कुहरे का धुन्ध हो पर सत्य का सूरज तो कुहरे को […] Read more » poem poetry poetry on friendship