लेख शख्सियत समाज
समय बोध का कथन है राजकुमार कुम्भज
 
 /  by अर्पण जैन "अविचल"    
· डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल’ कहानी क़िरदार माँगती है, उपन्यास पात्रों का सामंजस्य, कथाएँ तो कथानक पर ज़िन्दा हैं, निबंध अपनी शैली कहते हैं, लेख तथ्यों से जाने जाते हैं, रिपोतार्ज घटनाओं के सादृश्य चलते हैं, यात्रा चित्र बनाती है, लघुकथा अपना सार छोड़ती हैं, डायरी में निजता बनी रहती है, समाचार में आँखों देखा […] 
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