समाज दो जून की रोटी को मोहताज सांस्कृतिक दूत ये सपेरे April 20, 2010 / December 24, 2011 by फ़िरदौस ख़ान | Leave a Comment भारत विभिन्न संस्कृतियों और परंपराओं का देश है। प्राचीन संस्कृति के इन्हीं रंगों को देश के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में बिखेरने में सपेरा जाति की अहम भूमिका रही है, लेकिन सांस्कृतिक दूत ये सपेरे सरकार, प्रशासन और समाज के उपेक्षित रवैये की वजह से दो जून की रोटी तक को मोहताज हैं। देश […] Read more » Sapera सपेरा