चुनाव व्यंग्य चुनावी फसल से खलिहान भरने की चाहत…! April 1, 2014 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- गांव – देहात से थोड़ा भी संबंध रखने वाले भलीभांति जानते हैं कि खेतीबारी कितना झंझट भरा, श्रमसाध्य और जोखिम भरा कार्य है। यदा-कदा गांव जाने पर उन मुर्झाए चेहरों वाले रिश्तेदारों से मुलाकात होती है, जो अपना दुखड़ा सुनाते हुए बताते हैं कि बेटा .. खेतीबारी से गुजारा मुश्किल है। पुश्तैनी […] Read more » satire on current election चुनावी फसल से खलिहान भरने की चाहत...!