कहानी मैं तो आपकी हूं पापा May 23, 2013 / May 23, 2013 by शिखा श्रीवास्तव | Leave a Comment अरे! सुनती हो निक्को की मम्मी, लड़के वालों ने अपनी निक्को को पसंद कर लिया है। कितना परेशान से थे दो साल से। चलो भगवान ने हमारी सुन ली।’ घर के बड़े दरवाजे से दीनानाथ तेज कदमों और चेहरे पर ढेर सारी खुशियों को समेटे बाहर से ही यह खुशखबरी सुनाते हुए आए। क्या बात […] Read more » story by shikha srivastav मैं तो आपकी हूं पापा