विविधा टेलीफोन सस्ता हो सकता है तो रेलवे और बिजली क्यों नहीं! January 4, 2014 / January 11, 2014 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment -तारकेश कुमार ओझा- 90 के दशक के मध्य में एक नई चीज ईजाद हुई थी ‘पेजर’। बस नाम ही सुना था। जानकारी बस इतनी कि इसके माध्यम से संदेशों का आदान-प्रदान किया जा सकता था। दुनिया पेजर को जान-समझ पाती, इससे पहले ही मोबाइल फोन अस्तित्व में आ गया। हालांकि शुरू में इसे सेल्यूलर या […] Read more » Why not Railway and Electricity available at cheaper rate ! टेलीफोन सस्ता हो सकता है तो रेलवे और बिजली क्यों नहीं!