राजनीति अल्पसंख्यकवाद के निहितार्थ February 17, 2014 by डॉ. मनोज चतुर्वेदी | Leave a Comment -डॉ. मनोज चतुर्वेदी- अभी हाल में राहुल गांधी की सिफारिश पर चुनावी समीकरण को ध्यान में रखते हुए लोकलुभावने रेवड़ी बांटने के करोड़ों वोट और कई अरबों नोट सुरक्षित रखने की काल्पनिक चाह में केंद्र सरकार ने हिन्दू समाज के हजारों वर्ष परंपरागत सभ्यता-संस्कृति के साथी अरिहन्तों (जैन) को अल्पसंख्यक दर्जा दे दिया। मुस्लिम, ईसाई, […] Read more » minorities in india अल्पसंख्यकवाद के निहितार्थ