कविता
कैद मिली तो क्या हुआ?
/ by श्यामल सुमन
जिसको जितना ज्ञान कम, अधिक बोलते लोग। ज्ञानीजन बोले नहीं, सुमन दुखद संयोग।। कैद मिली तो क्या हुआ, होता खूब प्रचार। मंत्री होते कैद में, सुमन चले सरकार।। नाकाबिल साबित सुमन, पर देखो अभिमान। कम से कम मंत्री बने, नालायक सन्तान।। सूरत पे मुस्कान है, भीतर भरा तनाव। युग परिवर्तन का सुमन, देखो नित्य प्रभाव।। […]
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