विविधा हिंद स्वराज गाँव इतिहास बन जाएंगे। July 23, 2015 / July 23, 2015 by रविन्द्र शर्मा | Leave a Comment इस मंजर को बयां करने के लिए मुझे करीब 12 -13 बरस पीछे जाना पड़ेगा क्योंकि इतने सालों पहले जब मैं शहर से गाँव के बीच का सफर तय किया करता था तो खेतों में लहलहाती फसलों, खेतों में पसीना बहाते किसानों, बहती नदियां व पेड़ पौधों से सृजित हरी भरी जमीन को देखता। कभी […] Read more » गाँव इतिहास बन जाएंगे।