कविता साहित्य चौराहे पर खड़े हम July 5, 2013 / July 5, 2013 by मिलन सिन्हा | Leave a Comment जिसके सहारे था, उसी ने मुझे बेसहारा किया साहिल ने भी अब मुझसे किनारा किया । दिन गुजर गया, पर किसी ने खबर न ली शाम को उसने मुझे दूर से इशारा किया । खट्टी-मीठी यादों का नाम है मेरी जिंदगी यादों के सहारे ही हमने अबतक गुजरा किया । जो कुछ […] Read more » चौराहे पर खड़े हम