कविता मेरे बाबा तो भोलेनाथ… July 14, 2018 / July 14, 2018 by तारकेश कुमार ओझा | Leave a Comment तारकेश कुमार ओझा बाबा का संबोधन मेरे लिए अब भी है उतना ही पवित्र और आकर्षक जितना था पहले अपने बेटे और भोलेनाथ को मैं अब भी बाबा पुकारता हूं अंतरात्मा की गहराईयों से क्योंकि दुनियावी बाबाओं के भयंकर प्रदूषण से दूषित नहीं हुई दुनिया मेरे आस्था और विश्वास की अद्भुत आत्मीय लगता है मुझे […] Read more » दुनियावी बाबाओं भयंकर प्रदूषण भोलेनाथ मेरे बाबा तो भोलेनाथ... सनसनीखेज