धर्म-अध्यात्म धर्म की आवश्यकता क्यों? September 15, 2016 / September 15, 2016 by शिवदेव आर्य | 1 Comment on धर्म की आवश्यकता क्यों? – शिवदेव आर्य जीवन की सफलता सत्यता में है। सत्यता का नाम धर्म है। जीवन की सफलता के लिए अत्यन्त सावधान होकर प्रत्येक कर्म करना पड़ता है, यथा – मैं क्या देखूॅं, क्या न देखूॅं, क्या सुनॅूं, क्या न सुनूॅं, क्या जानॅंू, क्या न जानूॅं, क्या करुॅं अथवा क्या न करूॅं। क्योंकि मनुष्य एक चिन्तनशील […] Read more » धर्म धर्म की आवश्यकता