लेख हिंदी का पहला ‘ध्वनि व्याकरण’ May 20, 2020 / May 20, 2020 by डॉ. सदानंद पॉल | Leave a Comment ■लेखक : डॉ. सदानंद पॉल जब मैंने 2000-2001ई. में हिंदी शब्द ‘श्री’ को 2,05,00,912 तरीके से लिखा । मूलरूप से उनमें 30,736 (कैलीग्राफी सहित) शब्दों को 666 चिह्नों/प्रतीकों से जोड़ते हुए उनके ध्वन्यात्मक-अर्थ के साथ ‘श्री’ का सार्थक उच्चारण कराया, तो ‘ध्वनि-व्याकरण’ की प्रत्यर्थ अवधारणा मानस – पटल पर आयी, जिनके विन्यसत: संलग्न-दस्तावेज़ में 16 […] Read more » ध्वनि व्याकरण