व्यंग्य प्रभु मोहे मन की मक्खी मिले December 25, 2012 / December 25, 2012 by पंडित सुरेश नीरव | Leave a Comment पंडित सुरेश नीरव हमें गर्व है कि हम उस मक्खी-प्रधान देश के वासी हैं जिसे कि मक्खियों के मामले में दुनिया में एक विकसित सुपरपावर देश का दर्जा हासिल है। मक्खी हमारे दैनिक जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। मक्खी के बिना हमारी ज़िंदगी वैसी ही बेमतलब है जैसे गोरेपन की क्रीम के बिना रेशमी त्वचा। […] Read more » प्रभु मोहे मन की मक्खी मिले