कविता भजन : प्रभु शरणम August 8, 2025 / August 8, 2025 by नन्द किशोर पौरुष | Leave a Comment तर्ज : बच्चे मन के सच्चे दोहा: ईश कृपा बिन गुरु न मिले, गुरु बिन मिले न ज्ञानज्ञान बिना आत्मा न मिले, सुन ले चतुर सुजान।।दुःख रूप संसार यह,जन्म मरण की खान।।हमे निकालो दया कर, मेरे गुरुवार जल्दी आन।। बिन हरी भजन न होगा जीव तेरा कल्याण |गुरु कृपा बिन है नहीं यह इतना आसान […] Read more » भजन : प्रभु शरणम