कविता राजनीति के सिलबट्टे पर घिसता पिसता आम आदमी March 15, 2013 / March 15, 2013 by मनोज नौटियाल | 1 Comment on राजनीति के सिलबट्टे पर घिसता पिसता आम आदमी राजनीति के सिलबट्टे पर घिसता पिसता आम आदमी मजहब के मंदिर मस्जिद पर बलि का बकरा आम आदमी || राजतंत्र के भ्रष्ट कुएं में पनपे ये आतंकी विषधर विस्फोटों से विचलित करते सबको ये बेनाम आदमी || क्या है हिन्दू, क्या है मुस्लिम क्या हैं सिक्ख इसाई प्यारे लहू एक हैं – एक जिगर […] Read more » राजनीति के सिलबट्टे पर घिसता पिसता आम आदमी