विविधा विचार स्वातन्त्र्य की मर्यादा July 1, 2010 / December 23, 2011 by विजय कुमार | Leave a Comment -विजय कुमार किसी भी लोकतान्त्रिक देश में विचार स्वातन्त्र्य होना ही चाहिए। फिर भी इस विषय पर बार-बार विवाद खड़े होते हैं। प्राय: लोग इसे राजनीति में घसीटकर इस या उस दल को कटघरे में खड़ा कर देते हैं। इस संदर्भ में कानून भी अस्पष्ट और ढीले हैं। कुछ समय पूर्व भाजपा नेता जसवंत सिंह […] Read more » independence विचार स्वातन्त्र्य