लेख सब भ्रम है, सब बना रहेगा December 31, 2011 / January 1, 2012 by अविनाश वाचस्पति | Leave a Comment अविनाश वाचस्पति जो है वह रहेगा। अनंत का तक रहेगा। गारंटी हो वारंटी हो, न हो, ठेका हो, न हो। जो आया है, वह कभी कहीं नहीं गया है। यहीं चारों ओर मंडरा रहा है। बस डरा नही रहा है। जो डरा देते हैं जरा भी, उसकी मौजूदगी आपको खूब सारी दिखाई देती है। इसलिए […] Read more » New Year सब बना रहेगा सब भ्रम है