लेख स्वतंत्रता का स्वप्न April 30, 2025 / April 30, 2025 by प्रियंका सौरभ | Leave a Comment नारी की स्वतंत्रता की धारा,चली हर मन में इक विचार सा।बंधनों से बंधी नहीं वह,स्वतंत्रता का है अब ख्वाब हमारा। कभी कहा गया, तुम छोटी हो,तुमसे न होगा कोई काम बड़ा।पर भीतर की शक्ति ने कहा,रखो ख्वाब, जियो तुम नया। संवेदनाओं से भरी है उसकी बात,गहरी नज़र में छुपा ज्ञान का साथ।हर कदम पर लिखे […] Read more » स्वतंत्रता का स्वप्न