कविता

राम लला का मंदिर

मन ही मन सब मांग रहे है
राम लला के मंदिर को
कोई भी पहल न कर रहा है
अयोध्या में इस मंदिर को

मोदी जी भी मौन हुए है 
जो मन की बात करते है
वोटो के चक्कर में नेता
कुछ मजहबियो से डरते है

कब तक राम लला रहेगे
बांसों के बने इस तम्बू में
अपने घर में बनवास मिला है
कुटिया बनाई इस तम्बू में

आर के रस्तोगी